Mind and soul/02.06.2020
Everyone are thinking about their security which will be threat for humanity. Selfishness has become a most easily attractive word as ever. It is known to all that every shining metal could not a gold.
There is a way to resolve the problems, that we should have to stick on one line i.e the line of understanding. When we start to understand the problem better the percentage of solution is increased. The connection and coordination between mind and soul might play vital role to uplift our creativity.
We have yet to explore the optimum potential of our creativity without any guide, which might be possible when our acceptance will become homogeneous with nature. The change beyond availability is a critical and crime also.
Those Who will guide has no importance, whenever to show the result. The first rays of Sun will obviously chase to us through the hole of hut.
Contd.
हर कोई अपनी सुरक्षा के बारे में सोच रहा है जो मानवता के लिए खतरा होगा। स्वार्थ हमेशा की तरह सबसे आसानी से आकर्षक शब्द बन गया है। यह सभी जानते हैं कि हर चमकती धातु सोना नहीं हो सकती।
समस्याओं को हल करने का एक तरीका है, कि हमें एक लाइन यानी समझ की रेखा पर टिकना चाहिए। जब हम समस्या को बेहतर ढंग से समझने लगते हैं तो समाधान का प्रतिशत बढ़ जाता है। मन और आत्मा के बीच संबंध और समन्वय हमारी रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
हमें अभी तक किसी भी गाइड के बिना अपनी रचनात्मकता की इष्टतम क्षमता का पता लगाना है, जो तब संभव हो सकता है जब हमारी स्वीकृति प्रकृति के साथ एकरूप हो जाएगी। उपलब्धता से परे परिवर्तन एक महत्वपूर्ण और अपराध भी है।
जो लोग मार्गदर्शन करेंगे उनका कोई महत्व नहीं है, जब भी परिणाम दिखाना है। सूर्य की पहली किरणें जाहिर तौर पर झोंपड़ी के छेद से होकर निकलती हैं।
Contd।
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